दाल ढोकली रेसिपी(Gujrati Dhokli Recipes in hindi) गुजराती व्यंजन, दाल-कढ़ी दाल ढोकली एक परम्परागत गुजराती रेसिपी है जिसे मुख्य त...
दाल ढोकली रेसिपी(Gujrati Dhokli Recipes in hindi)
गुजराती व्यंजन, दाल-कढ़ी
दाल
ढोकली एक परम्परागत गुजराती रेसिपी है जिसे मुख्य तौर पर दाल और गेहूं के
आटे से बनाया जाता है। ज़रा सी मीठी और मसालेदार इस रेसिपी को बनाने के लिए
ढोकली के टुकड़ों को थोड़ी सी गाढ़ी दाल में पकाया जाता है। दाल में डाले गए
मसालों और कुरकुरे मूंगफली के दानो की वजह से दाल ढोकली का स्वाद और भी बढ़
जाता है। यह रेसिपी बनाने में आसान तो है ही, साथ में पौष्टिक भी है और इसे
खाने में अकेला परोसा जाए तो भी पेट भर जाता है।
पूर्व तैयारियों का समय: 15 मिनट
पकाने का समय: 25 मिनट
कूल समय: 40 मिनट
कितने लोगों के लिए: 4
आवश्यक सामग्री :
सामग्री: |
1/2 कप तूवर दाल (अरहर दाल) |
3 टेबलस्पून मूंगफली |
1/2 कप गेहूं का आटा + छिड़कने के लिए |
1/2 टीस्पून अजवाइन (यदि आप चाहें) |
1 टेबलस्पून बेसन |
1/4 टीस्पून + 1/4 टीस्पून हल्दी पाउडर |
1/2 टीस्पून + 1/2 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर |
1/2 टीस्पून धनिया पाउडर |
1/2 टीस्पून राई |
1 टीस्पून जीरा |
एक चुटकी हींग |
1 सुखी लाल मिर्च, 2 टुकड़ों में बटी हुई |
8-10 कडीपत्ता |
3 टीस्पून निम्बू का रस |
2-21/2 टीस्पून चीनी |
3 टीस्पून तेल |
11/2 कप + 3 कप पानी |
नमक, स्वादानुसार |
2 टेबलस्पून बारीक कटा हुआ हरा धनिया, सजावट के लिए |
विधि:
- तूवर दाल को पानी से धोकर 3/4 लीटर वाले स्टील या एल्युमीनियम के प्रेशर कुकर में 11/2 कप पानी और नमक के साथ डालिए। एक छोटी कटोरी में मूंगफली लीजिये और उसे कुकर में दाल के ऊपर रखिये। कूकर का ढक्कन बंद करके 3 सीटी बजने तक मध्यम आँच पर दाल को उबलने दीजिये। कुकर को गैस पर से हटाकर प्रेशर खत्म होने तक लगभग 5-7 मिनट के लिए रहने दीजिये।
- जब दाल पक रही हो, उसी दौरान ढोकली के लिए आटा तैयार कर लीजिये। एक चौड़े मुह वाले बर्तन में 1/2 कप गेहूं का आटा, बेसन, अजवाइन, 1/4 टीस्पून हल्दी पाउडर, 1/2 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर, 1/2 टीस्पून धनिया पाउडर, 1 टीस्पून तेल और नमक लीजिये। थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी डालते हुए पराठे के आटे जैसा मुलायम आटा गूंथ लीजिये। एक कपडे से ढंककर आटे को 10 मिनट के लिए रहने दीजिये।
स्पेशल टिप्स :
- आप अपने स्वाद के अनुसार निम्बू का रस और चीनी की मात्रा बदल सकते है।
- ठंडी पड़ने पर दाल गाढ़ी हो जायेगी। इसलिए इसे गरम ही परोसिये।
- स्टेप-9 में बहुत सारे टुकड़े एक साथ डालने से वह चिपक सकते है। इसलिए एक बार में 12-14 ढोकली ही डालें।
स्वाद: थोडा सा मसालेदार
परोसने के तरीके:
गुजराती दाल ढोकली को दही के साथ दोपहर या रात के खाने में परोसिये। इसे
उबले हुए चावल, पापड़ और छाछ के साथ भी परोसा जा सकता है। दाल ढोकली में
रोटी के साथ दाल के भी गुण है और इसी वजह से यह बीमार लोगों के लिए और उन
लोगों के लिए अच्छी है जिनके दांत में दर्द है।